क्या धरती के गर्भ 🌍 में समा जाएगा जोशी मठ |
आज खबरों की शुर्खियो में जोशीमठ ही बना हुआ है। जोशी मठ में दरारें बढ़ने लगी है। घरों में, मंदिरों में दीवारें फट रही है।
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आदि गुरु शंकराचार्य और जोशी मठ
पहला मठ उन्होंने यहीं ज्योतिर्मठ में ही स्थापित किया था। इसलिए जोशी मठ का आध्यात्मिक महत्व बहुत ही ज्यादा है।
जोशी
मठ
में क्या हो रहा है?
यही जोशी मठ आज खतरे में है। समुंद्र तल से 8, 200 फीट की ऊंचाई पर स्थित जोशी मठ दरक रहा है।
जोशी मठ उजड़ने के कारणों की पड़ताल
जंगलों की अंधाधुंध कटाई और पहाड़ों पर बढ़ती जनसंख्या क्या गुल खिलाएंगे सबको पता है।
भूकंप की दृष्टि से उत्तराखंड
उत्तराखंड भूकंप के अति संवेदनशील जोन 5 के अंतर्गत आता है।